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श्वसन रासायनिकी और श्वसन के प्रकार (Respiration Chemistry)

 श्वसन क्या होता है? (What is Respiration?)

श्वसन एक एम्फीबोलिक (Amphibolic) मुख्यतया केटाबॉलिक व ऊष्माक्षेपी प्रक्रिया है। श्वसन जीवित कोशिकाओं का अति आवश्यक लक्षण है।


श्वसनी पदार्थ क्या होते है? (Respiration Substances)

श्वसन के दौरान श्वसनी पदार्थ के उपयोग का कम कुछ इस प्रकार रहता है कि सबसे पहले काबोहाइड्रेट उसके बाद वसा व सबसे अंत में प्रोटीन का उपयोग होता है।

1 ग्राम काबोहाइड्रेट के उपयोग से 4 किलो कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है।

1 ग्राम वसा के उपयोग से 9 किलो कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है।

1 ग्राम प्रोटीन के उपयोग से 4 से 5 किलो कैलोरी तक ऊर्जा प्राप्त होती है।


प्लावी श्वसन -

जब श्वसनी पदार्थ के रूप में काबोहाइड्रेट व वसा का उपयोग होता है, तो यह प्लावी श्वसन कहलाता है।


जीवद्रव्यी श्वसन -

जब श्वसनी पदार्थ के रूप में प्रोटीन्स का उपयोग होता है, तो यह जीवद्रव्यी श्वसन कहलाता है, ऐसा भूखमरी की अवस्था में होता है।अपवादस्वरूप legume पादपों में बीजों के अंकुरण के समय श्वसनी पदार्थ के रूप में प्रोटीन का उपयोग होता है, परन्तु इसे प्लावी श्वसन ही कहते है।


✓श्वसन के प्रकार -

वायवीय श्वसन -

जब श्वसन प्रक्रिया में ऑक्सीजन का उपयोग हो तो श्वसनी पदार्थ का पूर्ण ऑक्सीकरण हो, तो यह वायवीय या ऑक्सी श्वसन कहलाता है। इसमें श्वसनी पदार्थ के सभी कार्बन, कार्बन डाई ऑक्साइड के रूप में मुक्त होते है तो अधिक ऊर्जा बनती है।


अवायवीय श्वसन -

जब श्वसन प्रक्रिया ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में हो तो श्वसनी पदार्थ का अपूर्ण ऑक्सीकरण हो, तो यह अवायवीय श्वसन कहलाता है। इसमें वायवीय श्वसन की तुलना में कम ऊर्जा मुक्त होती है।


किण्वन -

किण्वन व अवायवीय श्वसन भिन्न प्रक्रियाऐं है, क्योंकि किण्वन बाह्य कोशिकीय प्रक्रिया है व अवायवीय श्वसन अन्तः कोशिकीय प्रक्रिया है, परन्तु दोनों में ही पदार्थ का अपूर्ण ऑक्सीकरण होता है।


पाश्चर प्रभाव -

अवायवीय श्वसन पर ऑक्सीजन की उच्च सांद्रता का संदमक प्रभाव पाश्चर प्रभाव कहलाता है।

या

ऑक्सीजन की उपस्थिति में ग्लाइकोलाईसिस का संदमन पाश्चर प्रभाव कहलाता है।


✓श्वसन के पद -

ग्लाइकोलाईसिस - कोशिका द्रव्य में संपन्न होता है।

Link reaction - माइटोकांड्रिया के परीझिल्ली अवकाश में होती है।

क्रेब्स चक्र - माइटोकांड्रिया के मैट्रिक्स में।

इटीएस या ऑक्सीकारी फॉस्फोलिरीकरण - अन्तः mitochondrial झिल्ली व ऑक्सीसोम्स में संपन्न होता है।

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