यकृत में अमोनिया से यूरिया बनाने की क्रिया भी होती हैं। यह एक जटिल रासायनिक प्रतिक्रिया है, जिसे ऑर्निथिन चक्र (Ornithine cycle) कहते हैं। इसी का नाम क्रेब्स-हैन्सेलेट (Krebs-Henslet cycle) चक्र भी हैं। यूरिया बनने की संपूर्ण प्रक्रिया एक चक्रीय प्रक्रिया हैं तथा इसमें अमोनिया, कार्बनडाइऑक्साइड एवं अमीनो अम्ल का समूह भाग लेते हैं। इसलिए ही इसे ‘ऑर्निथीन-ऑर्जिनीन चक्र’ (Ornithine-Arginine cycle) भी कहते हैं। यह निम्न पदों में पूरा होता हैं -
Ornithine cycle |
1.कार्बेमाइल फॉस्फेट का निर्माण (Synthesis of Carbamyl phosphate) -
इस प्रक्रिया में अमोनिया, कार्बनडाइऑक्साइड एवं फॉस्फेट का कार्बोमाइल फॉस्फेट सिन्थेटेज एंजाइम की उपस्थिति में संघनन होता है एवं कार्बेमाइल फॉस्फेट (Carbamyl Phosphate) बनता है। इस प्रक्रिया में सहकारक के रूप में मैग्नीशियम आयन एवं एन एसीटाइल ग्लूटामिक अम्ल (N-acetyl glutamic acid) की भी आवश्यकता होती है एवं 2 अणु ATP (Adenosine Tri Phosphate) के अपघटित होते हैं।
2. सिट्रूलिन का निर्माण (Synthesis of citrulline) -
इस पद में α-ऑर्निथिन ट्रांस कार्बेमाइलेस (α-ornithine transcarbamylase) नामक एंजाइम की उपस्थिति में कार्बेमाइल फॉस्फेट का एक कार्बेमाइल समूह पृथक् होकर ऑर्निथिन (Ornithine) अमीनों अम्ल से संयोग करता है, जिससे सिट्रूलिन का निर्माण होता हैं।
3. ऑर्जिनो-सक्सीनिक अम्ल का निर्माण (Formation of argino-succinic acid) -
सिट्रूलिन तथा एस्पार्टिक अम्ल (Aspartic acid), ATP की उपस्थिति में संयोग करते हैं, जिससे ऑर्जिनो-सक्सीनिक अम्ल (Argino-succinic acid) बनता हैं। विघटन द्वारा ATP का ADP में परिवर्तन हो जाता हैं।
4. आर्जिनिन का निर्माण (Formation of arginine) -
आर्जिनो-सक्सीनेज (Argino-succinase) नामक एंजाइम की उपस्थिति में ऑर्जिनो-सक्सीनिक अम्ल खण्डित होकर ऑर्जिनीन तथा फ्यूमेरिक अम्ल (Fumaric acid) बनाता हैं।
5. यूरिया एवं ऑर्निथिन का निर्माण (Formation of urea & ornithine) -
ऑर्जिनेज (Arginase) एंजाइम की उपस्थिति में ऑर्जिनीन का विघटन होता है, जिससे यूरिया तथा आर्निथीन का निर्माण होता हैं। इस प्रकार कार्बेमाइल फॉस्फेट से क्रिया करने के लिए ऑर्निथीन फिर तैयार हो जाता हैं।
It was too good👍
ReplyDeleteNice concept ❤️
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