इसे EMP Pathway भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी खोज Embden, Meyerhof, Parnas ने की।
• ग्लाइकोलाइसिस वायवीय व अवायवीय श्वसन के बीच एक कॉमन pathway है।
• इसमें न तो ऑक्सीजन काम में आती है न ही कार्बन डाई ऑक्साइड मुक्त होती है।
• इसमें ग्लूकोज को 2 पायरूविक अम्ल अणुओं में तोडा जाता है।
• ग्लाइकोलाइसिस के अधिकतर एंजाइम मैग्नीशियम की उपस्थिति में कार्य करते है।
• ग्लाइकोलाइसिस के कुछ मध्यवर्ती पदार्थ संश्लेषण अलभक्रियाओं में काम आते है। अतः इसे अपघटनीय पुनः संश्लेषण या ऑक्सीकारी संश्लेषण भी कहा जाता है।
• ग्लाइकोलाइसिस में 4 ATP आधारीय स्तर फॉस्फोलिरीकरण द्वारा बनते है अर्थात् बिना ETS के बनते है।
• ग्लाइकोलाइसिस का शुद्ध लाभ 2 ATP व 2 NADH2 होता है।
✓ ग्लाइकोलाइसिस अभिक्रियाएं -
• ग्लाइकोलाइसिस में सर्वप्रथम ग्लूकोज, हेक्सोकाइनेज एंजाइम की उपस्थिति में ग्लूकोज-6-फॉस्फेट में परिवर्तित हो जाता है व ATP, ADP में परिवर्तित हो जाती है।
• ग्लूकोज-6-फॉस्फेट आइसोमरेज एंजाइम की उपस्थिति में फ्रक्टोज-6-फॉस्फेट में परिवर्तित हो जाता है।
• फ्रक्टोज-6-फॉस्फेट फॉस्फोफ्रक्टो काइनेज की उपस्थिति में फ्रक्टोज 1, 6 विस फॉस्फेट में परिवर्तित हो जाता है। व ATP, ADP में परिवर्तित हो जाती है।
• फ्रक्टोज 1, 6 विस फॉस्फेट एल्डोलेस एंजाइम की उपस्थिति में फॉस्फो ग्लिसरल एल्डिहाइड व डाई हाइड्रॉक्सी एसीटोन फॉस्फेट में परिवर्तित हो जाता है, जो आइसोमरेज एंजाइम की उपस्थिति में अंतर्परिवर्तित हो सकते है।
• अब फॉस्फो ग्लिसरल एल्डिहाइड के 2 अणु इनॉर्गेनिक फॉस्फेट की उपस्थिति में 1, 3 बिस फॉस्फो ग्लिसरल एल्डिहाइड के 2 अणुओं का निर्माण करतेहै।
• 1, 3 बिस फॉस्फो ग्लिसरल एल्डिहाइड के 2 अणु dehydrogenase एंजाइम की उपस्थिति में 1, 3 बिस फॉस्फो ग्लाइसरेट के 2 अणु में परिवर्तित हो जाते है। व NAD के 2 अणु, NADH2 के 2 अणुओं में परिवर्तित हो जाती है।
• 1, 3 बिस फॉस्फो ग्लाइसरेट के 2 अणु ट्रांस फॉस्फोक्सीलेज या काइनेज की उपस्थिति में 3-फॉस्फो ग्लाइसरेट के 2 अणुओ में परिवर्तित हो जाते है। व ADP के 2 अणु, ATP के 2 अणुओं में परिवर्तित हो जाते है।
• 3-फॉस्फो ग्लाइसरेट, फॉस्फोग्लाइसरोम्यूटेज की उपस्थिति में 2-फॉस्फोग्लिसरेट में परिवर्तित हो जाता है।
• अब 2-फॉस्फोग्लाइसरेट इनोलेज एंजाइम की उपस्थिति में 2-फॉस्फोइनोल पायरूवेट में परिवर्तित हो जाता है।
• 2-फॉस्फोइनोल पायरूवेट, पायरूवेट काइनेज की उपस्थिति में पायरूविक अम्ल में परिवर्तित हो जाता है। व ADP के 2 अणु, ATP के 2 अणुओं में परिवर्तित हो जाते है।
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