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इटीएस व ऑक्सीकारी फॉस्फोरिलीकरण

 ✓ यहां NADH2 & FADH2 का अंतिम ऑक्सीकरण होता है।


✓ इटीएस के भिन्न अवयव-

• फ्लेवो प्रोटीन या फ्लेविन मोनोन्यूक्लियोटाइड

• को एंजाइम क्यू या यूबिक्विनोन

• फेरस सल्फेट प्रोटीन

• साइटोक्रोम


✓ को एंजाइम क्यू व साइटोक्रोम सी इलेक्ट्रॉन के गतिशील वाहक है, जबकि प्लास्टो क्विनोन व प्लास्टोसायनिन प्रकाश संश्लेषण के गतिशील इलेक्ट्रॉन वाहक है।


✓ इटीएस का अंतिम इलेक्ट्रॉन ग्राही ऑक्सीजन है। जबकि अतिम साइटोक्रोम, साइटोक्रोम a3 है।


✓ साइटोक्रोम a3 का ऑक्सीकरण व ऑक्सीजन का अपचयन एंजाइम साइटोक्रोम ऑक्सीडेज द्वारा उत्प्रेरित होता है।


✓ साइनाइड, साइटोक्रोम ऑक्सीडेज का एक अप्रतिस्पर्धात्मक व अनुत्क्रमणीय संदमक है।


✓ कुछ पादपों जैसे, पालक, मटर के माइटोकॉन्ड्रिया में विकल्पी ऑक्सीडेज एंजाइम पाए जाते है तथा इनमें साइनाइड की उपस्थिति में भी इटीएस जारी रहता है। इसे साइनाइड प्रतिरोधी पथ भी कहा जाता है।


✓ इटीएस में सर्वप्रथम 2 इलेक्ट्रॉन फ्लेविन मोनोन्यूक्लियोटाइड से फेरस सल्फेट प्रोटीन को स्थानांतरित होते है। इसी प्रकार ये इलेक्ट्रॉन क्रमशः को एंजाइम क्यू, साइटोक्रोम b, साइटोक्रोम c1, साइटोक्रोम c, साइटोक्रोम a, साइटोक्रोम a3 से अंततः ऑक्सीजन तक पहुँच जाते

है।

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