श्वसन गुणांक -
✓ श्वसन में मुक्त कार्बन डाई ऑक्साइड व श्वसन में प्रयुक्त ऑक्सीजन का अनुपात ही श्वसन गुणांक कहलाता है।
✓ विभिन्न पदार्थों के श्वसन गुणांक-
• कार्बोहाइड्रेट का श्वसन गुणांक 1 होता है।
• वसा का श्वसन गुणांक 1 से कम लगभग पाइंट 7 होता है।
• प्रोटीन का श्वसन गुणांक भी 1 से कम होता है।
• कार्बनिक अम्ल का श्वसन गुणांक 1 से अधिक होता है।
• अवायवीय श्वसन का श्वसन गुणांक अनंत होता है।
• कार्बोहाइड्रेट के अपूर्ण ऑक्सीकरण का श्वसन गुणांक शून्य होता है।
श्वसन को प्रभावित करने वाले कारक -
✓ तापमान-
अनुकूलतम ताप 25 से 50°C पर श्वसन दर अनुकूलतम होती है। तापमान में प्रति 10°C की वृद्धि करने पर श्वसन की दर 2 से 5 गुना हो जाती है, इसे Q10 कहा जाता है।
✓ ऑक्सीजन सांद्रता-
ऑक्सीजन की वह सांद्रता जिस पर अवायवीय श्वसन बंद हो जाए व वायवीय ध्वसन शुरू हो जाए, विलोपन बिन्दु कहलाता है।
ऑक्सीजन की वह सांद्रता जिस पर अवायवीय व वायवीय दानों प्रकार के श्वसन होते हैं, संक्रमण बिन्दु कहलाता है।
✓ कार्बन डाई ऑक्साइड सांद्रता -
कार्बन डाई ऑक्साइड की सांद्रता बढने से श्वसन दर घटती है।
✓ हार्मोन्स -
इथाइलिन हॉर्मोन की उपस्थिति में पादप क्लाइमेट्रिक श्वसन दर्शाते है, जिसमें श्वसन दर पहले बढती है, फिर घटती है।
✓ चोट, क्षति या घाव की उपस्थिति में श्वसन दर बढ जाती है।
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