Skip to main content

शुष्क बर्फ क्यों खतरनाक होती हैं? (Why dry ice is dangerous?)

 ठोस कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2)को शुष्क बर्फ कहा जाता हैं। शुष्क बर्फ को पृष्ठ ताप (Surface Temperature) लगभग -78 डिग्री सेल्सियस / -109 डिग्री फारेनहाइट होता है। इसका अर्थ है कि यह सामान्य बर्फ जो कि जल से निर्मित होती हैं, से ज्यादा ठण्डी होती हैं। अगर हमारी त्वचा शुष्क बर्फ के संपर्क में आ जाए तो हमारी कोशिकाओं कुछ ही सैकेण्डस में मरना शुरू हो जाएगी, इस प्रकार हमें शीतदंश (Frostbite) की अनुभूति होगी।

इसी प्रकार शुष्क बर्फ को सीलबंद डिब्बे (Air tight container) में रखना भी खतरनाक हो सकता है, क्योंकि सीलबंद डिब्बे में रखने पर अधिक दाब के कारण यह ठोस अवस्था से सीधे ही गैस अवस्था में परिवर्तित होना शुरू हो जाएगी, जिससे डिब्बे की दीवारों पर बहुत अधिक दबाब पड़ेगा, जो कि एक भयानक विस्फोट (Dangerous Explosion) में बदल सकता हैं।

Comments

Popular Posts

B.Sc Part-III Practical Records Complete PDF Free Download

ओर्निथिन चक्र (Ornithine cycle)

यकृत में अमोनिया से यूरिया बनाने की क्रिया भी होती हैं। यह एक जटिल रासायनिक प्रतिक्रिया है , जिसे ऑर्निथिन चक्र (Ornithine cycle) कहते हैं। इसी का नाम क्रेब्स-हैन्सेलेट (Krebs-Henslet cycle) चक्र भी हैं। यूरिया बनने की संपूर्ण प्रक्रिया एक चक्रीय प्रक्रिया हैं तथा इसमें अमोनिया , कार्बनडाइऑक्साइड एवं अमीनो अम्ल का समूह भाग लेते हैं। इसलिए ही इसे ‘ ऑर्निथीन-ऑर्जिनीन चक्र ’ (Ornithine-Arginine cycle) भी कहते हैं। यह निम्न पदों में पूरा होता हैं -   Ornithine cycle

पाचन की कार्यिकी (Physiology of Digestion)

1. मुखगुहा में पाचन (Digestion in mouth) - पाचन की प्रक्रिया यांत्रिक एवं रासायनिक विधियों द्वारा सम्पन्न होती हैं। मुखगुहा के मुख्यतः दो कार्य होते हैं- (अ) भोजन को चबाना व (ब) निगलने की क्रिया।