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नैनो तकनीक का अनुप्रयोग (Applications of Nanotechnology)

 

Applications of Nanotechnology
Applications of Nanotechnology


1. चिकित्सा क्षेत्र में अनुप्रयोग (Applications in Medical Field):-

 चिकित्सा क्षेत्र में नैनो तकनीक का प्रयोग विभिन्न रोगों की जाँचों व उपचारों के लिए किया जाता हैं, जिनमें से कुछ निम्न हैं:-

अ. प्रकाशदीप्त नैनो कण (Fluorescent Nano Particles) :- यह वे कण हैं, जो प्रकाश उत्सर्जित करते हैं, इनका प्रयोग कैंसर की जाँच व जीवाणु की उपस्थिति के लिए किया जाता हैं। उदाहरणः- कैल्शियम सेलेनाइड

ब. लक्षित दवा प्रेषण (Target drug delivery) :- निश्चित मात्रा में दवा को निश्चित स्थान पर पहुँचाना। इसके लिए नैनो रॉबोट्स को प्रयोग में लिया जाता हैं।

स. सूक्ष्म नासिका (Nano Nose) :- इससे गंध के आधार पर बीमारी का पता लगाया जाता हैं।

द. पेप्टाइड नैनो मैटेरियल (Peptide Nano Material) :- ये ऐसे जीवाणु को नष्ट करने में सहायक हैं, जिन पर एन्टीबायोटिक्स (Antibiotics) प्रभाव नहीं डालती हैं। सिल्वर नैनो कण भी इसी तरह अनुप्रयुक्त किए जाते हैं।


2. पर्यावरण संरक्षण में (In Environment):-

समुद्र में तेल के रिसाव को रोकने के लिए नैनो कण सहायक सिद्ध हुए हैं। इसी प्रकार नैनो फिल्टर का भी विकास किया गया हैं, जिससे जल में अतिसूक्ष्म अशुद्धियों को दूर किया जा सकता हैं।


3. इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में (In Electronics):-

नैनो तकनीक के माध्यमक से उच्च संग्रहण क्षमता वाली स्टोरेज डिवाइसों का विकास किया जा सकता हैं, जिससे अधिक सूचना भंडारित की जा सकती हैं। 

 क्वांटम डॉट से इन्टीग्रेटेड सर्किट (Integrated Circuit –IC) बनाए गए हैं, जिनका प्रयोग जटिल गणनाओं में किया जाता हैं।


4. ऑटोमोबाइल क्षेत्र में (In Automobile):-

नैनो तकनीक से ईंधन सेल (Fuel Cell) का निर्माण संभव हो सका हैं, जिसमें अत्यधिक ऊर्जा संरक्षित की जा सकती हैं। इसमें ईंधन को पूर्ण रूप से जलाया जाता हैं, जिससे ईंधन की क्षमता बढ़ती हैं और कार्बन उत्सर्जन नहीं होता हैं।

इसी प्रकार नैनो कम्पोसाइट पदार्थ (Nano Composite Material) से अधिक मजबूत व जलरोधी पदार्थ बनाए जा सकते हैं।


5. टेक्साटाइल क्षेत्र में (In Textile):-

टाइटेनियम ऑक्साइड का प्रयोग करके ऐसे वस्त्रों का निर्माण संभव हैं, जिन पर धूल नहीं जमती हैं और सलवटे भी नहीं पड़ती हैं।


6. कॉस्मेटिक क्षेत्र में (In Cosmetics):-

जिंक ऑक्साइड व टाइटेनियम ऑक्साइड से सनस्क्रीन लोशन बनाए जाते हैं, जो पराबैंगनी किरणों से त्वचा की रक्षा करते हैं।


 इसके अतिरिक्त नैनो तकनीक का प्रयोग खाद्य प्रसंस्करण (Food Processing), अन्तरिक्ष व रक्षा क्षेत्र (Space & Defense Tech.) में भी किया जाता हैं।

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