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पादप संग्रहालय (Plant herbarium)


विभिन्न प्रकार के पौधों को किसी वर्गीकरण पद्धति के क्रमानुसार व्यवस्थित करके तथा परिरक्षित करके रखा जाता हैं। उस स्थान को पादप संग्रहालय या पादपालय कहा जाता हैं। यहाँ पौधों को प्रेस कर तथा सूखा कर एक निश्चित आकार की शीट पर माउण्ट (चिपका) कर लेते हैं, लेकिन पादप के जिन भागों को सुखाया नहीं जा सकता हैं, उन्हें किसी विशिष्ट परिरक्षक द्रव, जैसे - फॉर्मएल्डीहाइड, फॉर्मिल एसिटिक अम्ल (FAA) अथवा एथिल एल्कोहॉल में रख लिया जाता हैं। जैसे - माँसल पौधों, पौधों की मोटी जड़ों को, फलो को।

          जिस शीट पर शुष्क किए हुए पादप भागों को चिपकाया जाता हैं, उसे हरबेरियम शीट कहते हैं। इस शीट की साइज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर निश्चित होती हैं अर्थात् 29X41 सेमी. होती हैं। हरबेरियम शीट के एक कोन में (बांयी ओर) पादप से संबंधित विभिन्न प्रकार की जानकारी लिखी होती हैं। जैसे- हरबेरियम का नाम, पादप का सामान्य नाम, वानस्पतिक नाम, एकत्र करने का दिनांक, स्थान का नाम, एकत्रकर्त्ता का नाम तथा निर्देशक का नाम आदि लिखा जाता हैं।

आवश्यकतानुसार प्रत्येक 4 से 6 माह में इसकी पॉइजनिंग भी की जाती हैं, जिससे पादप स्पेशिमेन को किसी प्रकार की क्षति न हो सके। सामान्यतः इस हेतु HgCl2 का 0.1% विलयन एल्कोहॉल में, CuSO4 का एल्कोहॉल में विलयन आदि।


विश्व के प्रमुख पादप संग्रहालय (Main herbaria of world) -

1.रॉयल बोटेनिक गार्डन एवं हरबेरियम, क्यू, इंग्लैण्ड -
यह विश्व का सबसे बड़ा हरबेरियम हैं, जिसमें 60 लाख से अधिक पादप जातियों को परिरक्षित करके रखा हैं।

2. ब्रिटिश म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री, ब्रिटेन -
इसमें भी अधिकांश जातियां परिरक्षित हैं।

3. नेशनल हरबेरियम, मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया -
150000 से ज्यादा पादप जातियाँ परिरक्षित है।

4. नेशनल हरबेरियम ऑफ इण्डिया, कोलकत्ता -
200000 से अधिक जातियां परिरक्षित हैं।

5. हरबेरियम ऑफ ICFRE, देहरादून, उत्तराखण्ड -
[ICFRE – Indian Council of Forest Research & Education]
3 लाख से अधिक पादप जातियां परिरक्षित हैं।

6. हरबेरियम ऑफ NBRI, लखनऊ, उत्तरप्रदेश -
[NBRI – National Botanical Research Institute]
80,000 से अधिक पादप जातियां परिरक्षित हैं।

7. हरबेरियम ऑफ BSI, जोधपुर -
[BSI – Botanical Survey of India]
इसमें लगभग 10,000 पादप जातियों को परिरक्षित किया जाता हैं।

8. राजस्थान वि.वि. हरबेरियम RUBH, जयपुर –
[RUBH – Rajasthan University Botanical Herbarium]
लगभग 15,000 पादप जातियों को परिरक्षित किया गया हैं।


फ्लोरा एवं मेन्युअल्स (Flora & Manuals) -
किसी निश्चित क्षेत्र में उगने वाले पौधों का वर्णन तथा उनकी सूची जिस पुस्तक में दी जाती हैं, उसे फ्लोरा कहा जाता हैं। आजकल फ्लोरा एवं मेन्युअल्स एक साथ ही लिखे जाते हैं। इनके द्वारा वर्गिकीय अध्ययन अधिक आसान हो जाता हैं। कुछ प्रमुख फ्लोरा इस प्रकार हैं -

Name of Flora
Writer
फ्लोरा ऑफ ब्रिटिश इण्डिया (FBI)
 जे. डी. हूकर
फ्लोरा ऑफ देहली
 जे. के. माहेश्वरी
फ्लोरा इण्डिका
 विलियम रॉक्सबर्ग
फ्लोरा ऑफ अपन गेंगेटिक प्लेन
 दथी (Duthie)
फ्लोरा ऑफ राजस्थान
 शेट्टी एवं सिंह (BSI)
फ्लोरा ऑफ ग्रेट इण्डियन डेजर्ट
 प्रोफेसर एम. एम. भण्डारी
फ्लोरा ऑफ नॉर्थ ईस्ट राजस्थान
 प्रोफेसर शिव शर्मा



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