केन्द्रक में डीएनए (DNA) की लंबे धागेनुमा संरचना पाई जाती है, जिन्हें गुणसूत्र (Chromosome) कहा जाता है। ये जीनों को धारण करते हैं, जो वंशागति एवं लक्षणों के स्थानांतरण में सहायता करते है। गुणसूत्रों को केवल कोशिका विभाजन के समय ही देखा जा सकता है। ऐसी कोशिका जो विभाजित नहीं हो रही है, में डीएनए क्रोमेटिन पदार्थ के रूप में पाया जाता है। न्यूक्लियोसोम क्रोमेटिन (Chromatin) की इकाई है। न्यूक्लियोसोम डीएनए एवं हिस्टोन प्रोटीन से मिलकर बना होता है। जब कोशिका विभाजित होने वाली होती है, तो क्रोमेटिन पदार्थ गुणसूत्र में व्यवस्थित हो जाता है। जब कोशिका विभाजित होने वाली होती है, तब गुणसूत्रों को रॉड नुमा संरचना के रूप में देखा जा सकता है। गुणसूत्र डीएनए के बने होते है। डीएनए के कार्यात्मक खण्डों को ही जीन कहा जाता है। न्यूक्लियोटाइड एवं न्यूक्लियोसाइड :- विषमचक्रीय वलय (Heterocyclic ring):- वे चक्रीय यौगिक जिनकी वलय में कम से कम दो भिन्न परमाणु पाए जाते है। जब विषमचक्रीय कार्बन वलय एक शर्करा के अणु से जुडती है, तो इसे न्यूक्लियोसाइड (Nucleoside) कहा जाता है। और जब न्यूक्लियोसाइड से फॉस्फेट सम